18 अगस्त 2023, आगामी विश्व उद्यमिता सप्ताह के अवसर पर, माननीय कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक और प्रतिकुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार अवस्थी के मार्गदर्शन में, छत्रपति शिवाजी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन एवं स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज द्वारा जैव प्रौद्योगिकी में “बौद्धिक संपदा और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की सार्थकता” पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का उद्घाटन निदेशक प्रोफेसर वर्षा गुप्ता और पूर्व प्रतिकुलपति प्रोफेसर नंदलाल के द्वारा किया गया। इन्नोवेशन एंड टेक्नोलोजी ट्रांसफर आई आई टी दिल्ली (आईटीटीओ ) की डॉ. प्राची बांगड़े ने आई पी आर और इसके लिए किस प्रकार वित्त की व्यस्था पर व्याख्यान दिया। रीमा साहनी मेदीरत्ता, पंजीकृत प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पेशेवर और पेटेंट एजेंट ने प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की आवश्यकता और शिक्षाविदों और उद्यमिता के विकास के लिए इसके लाभों के बारे में विस्तार से बताया। बायोटेक्नोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. आलोक पांडे द्वारा स्वागत भाषण दिया गया, इसके बाद प्रोफेसर नंदलाल, डॉ. शिल्पा काइस्था ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन अनिल कुमार त्रिपाठी नवाचार अधिकारी ने किया। एसएसबीटी विभाग के संकाय, आईआईपीआर वैज्ञानिक डॉ. अरविंद, डॉ. हर्ष, डॉ. सिधांशु, डॉ. कलानी आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम में 200 से अधिक छात्रों, शिक्षकों और अनुसंधान विद्वानों ने भाग लिया।