9 नवंबर 2022 को छत्रपति शाहूजी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन द्वारा एक कार्यशाला का अयोजन किया गया उक्त कार्यशाला में प्रो. जे पी शर्मा, मा. कुलपति, शेरे कश्मीर कृषि विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय, प्रमुख वक्ता थे। उन्होंने अपने संबोधन में नवाचारो को बहुत सोच समझकर आगे बढने की सलाह दी। साथ ही नवीन तकनीकी विकासो को, जैसे – हाइड्रोपोनिक्स, ऐरोपोनिक्स, वर्टिकल कृषि इत्यादि को भी समाज को गम्भीरतापूर्वक अपनाने पर जोर दिया। मा. कुलपति ने आह्वान किया कि किसानो को अधिक लाभ हो, जैविक कृषि के लिए प्रेरित हों और न्यूनतम वेस्टेज हो- इन उद्देश्यो के ध्यानस्थ ही नवाचार कार्य करें।समृद्ध कृषक ऐग्रो साइसेज के प्रबंध निदेशक श्री कैलाश नाले जी ने अपने संबोधन में कृषि व्यवसाय से संबंधित अपने अनुभवों को विद्यार्थियों के समक्ष साझा किया तथा बताया कृषि व्यवसाय आज का एक महत्वपूर्ण उद्योग हो चुका है। कोविड-19 के दौरान GDP में भारी गिरावट के बावजूद, कृषि व्यवसाय में कोई कमी नही आई। निर्यात के अनेको अवसर खुले हैं। नाले जी ने विशेष जोर देकर कहा कि व्यवसाय में तभी उतरें जब आप 100% संकल्पित हैं अन्यथा विफल होगें।
सिडनी, आस्ट्रेलिया से जुडें चार्टर्ड अकाउंटेंट यतिन्दर गुप्ता जी ने निर्यात के कई क्षेत्रो की चर्चा की। भारत के अनस्किल्ड मजदूरो की प्रोडक्टिविटी को कई गुना बढाने की व्यावहारिक योजना का खुलासा करते हुये, स्वयं की भागीदारी का भी प्रस्ताव छत्रपति शाहूजी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन के समक्ष रखा। स्टार्ट इन यूपी से श्री अभिषेक तिवारी जी ने सरकार की नई नीतियों के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी और बताया कि उ.प्र. सरकार ने नवाचारो को दिये जाने वाले सभी अनुदानो में बढोतरी कर दी है। साथ ही पीओसी के लिए भी अब स्टार्टअप को 5 लाख रूपये के अनुदान की अनुमति प्राप्त हो गयी है। इसके साथ ही महिला, दिव्यांग,किन्नर वर्ग, आर्थिक रूप से पिछडे एवं पूर्वाचल के उद्यमियो को 50% अतिरिक्त अनुदान की भी अनुमति है। अभिषेक जी ने यह भी बताया कि उ.प्र. भारत का तीसरा सबसे बडा नवाचारो का केंद्र बन चुका है।
कार्यक्रम का संचालन मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवींद्र प्रकाश दुबे जी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विशेष सहयोग उत्कर्ष बिसारिया जी सीनियर इनक्यूबेशन मैनेजर एवं नवाचार अधिकारी अनिल कुमार त्रिपाठी जी द्वारा प्रदान किया गया किया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद प्रस्ताव नवाचार समिति की समन्वयिका डॉ. शिल्पा देशपाण्डे कायस्था द्वारा प्रदान किया गया कार्यक्रम में 100 से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया ।