दिनांक 2 सितंबर को छत्रपति शाहू जी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन द्वारा आयोजित ऋषि रिफ्लेक्सन व्याख्यान श्रृंखला का उद्धाटन किया गया

आज दिनांक 2 सितंबर को स्कूल ऑफ एडवांस्ड एग्रीकल्चर साइंस एंड टेक्नोलॉजी एवं छत्रपति शाहू जी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन के संयुक्त रूप से आयोजित ऋषि रिफ्लेक्सन व्याख्यान श्रृंखला का उद्धाटन माननीय कुलपति विनय कुमार पाठक , प्रतिकुलपति सुधीर कुमार अवस्थी , कुलसचिव अनिल कुमार यादव, पांडमैन ऑफ इंडिया रामवीर तंवर , प्रेरणादायक वक्ता प्रवीण कुमार राजभर और डीन शिल्पा कायस्था द्वारा किया गया I कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया गया I इसके पश्चात निदेशक SAAST डॉ हिमांशु त्रिवेदी ने व्याख्यान श्रृंखला का परिचय दिया एवं इसके महत्व को छात्रों से साझा किया l तत्पश्चात प्रतिकुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार अवस्थी जी ने ऐतिहासिक काल से ऋषि परंपरा की परिकल्पना एवं विकास की चर्चा किया l प्रोफेसर अवस्थी जी ने नदियों के उद्गम एवं विकास की साथ ही अतिवृष्ट के समुचित प्रबंध न होने के कारण उत्पन्न समस्याओं पर अपने विचार व्यक्त किये l इस व्याख्यान श्रृंखला का पहला प्रसंग ‘आधुनिक जल संरक्षण में पारंपरिक जल निकायों की भूमिका’ मुख्य वक्ता रामवीर तंवर के द्वार व्याख्यान दिया गया I पॉन्डमैन ऑफ़ इंडिया के नाम से चर्चित रामवीर तंवर जी ने छात्रों के जीवन का उद्देश्य तथा मनोभाव को पर्यावरण से जोड़कर प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित रखने पर चर्चा किया I उन्होंने अपने प्रसंग में शहरों में बढ़ते तापमान तथा बाढ़ की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए तालाबों के जीर्णोद्धार को महत्वपूर्ण बताया I प्रेरक वक्ता तथा स्किलिंग यू के संस्थापक तथा सीईओ प्रवीण कुमार राजभर जी ने नेटवर्किंग के महत्व को बताते हुए सोशल मीडिया के समुचित उपयोग को उदाहरण सहित समझाए I राजभर जी ने बताया कि आपका नेटवर्क ही आपका नेट वर्थ है I कार्यक्रम में श्री शुभांक गर्ग (रोटरी क्लब कानपुर विराट), श्री विवेक मिश्रा (सीईओ इनोवेशन फाउंडेशन) तथा श्री अनिल कुमार त्रिपाठी ( इनक्यूबेशन मैनेजर) का सराहनीय योगदान रहा I कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. शुभम वाजपेई, डॉ. अंकित सिंह भदौरिया, डॉ. अभिषेक तिवारी, श्री अभिषेक द्विवेदी, डॉ. रूप किशोर पचौरी, डॉ. ह्रदेश राजपूत, तथा डॉ.सुधीर कुमार के साथ स्नातक तथा परास्नातक छात्र-छात्राएँ तथा अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे I कार्यक्रम में मंच का संचालन डॉ श्रेया सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रोहित पाण्डेय ने किया l