एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन विषय” शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार की संभावना”

आज दिनांक 18.10.2022 को  छत्रपति शाहूजी महाराज  इन्नोवेशन फाउंडेड एवं डा. वीरेन्द्र स्वरूप इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल स्टडीज, किदवई नगर, कानपुर के संयुक्त तत्वाधान में    था  कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रवीन्द्र प्रकाश दुबे व प्राचार्या डा. पूनम मदान ने संयुक्त रूप से किया। प्राचार्या जी ने अतिथितियों का स्वागत एवं सम्मान किया तथा छात्राध्यापिकाओं ने सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को स्टार्टअप योजना से लाभ लेने के सकारात्मक तरीकों से अवगत कराना रहा। स्टार्ट अप से अंगीकृत विभिन्न विषयों पर कार्यशाला में विचार विमर्श और प्रस्तुतियां हुई।

मुख्य अतिथि श्री रवीन्द्र प्रकाश दुबे  (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) ने अपने संबोधन में बताया कि नवाचार वर्तमान में हमारी प्रगति का सबसे आवश्यक अवयव है। उन्होंने कहा कि अगर छात्रों को स्टार्टअप करना है तो सर्वप्रथम आइडिया होना चाहिए, हर एक व्यवसाय स्टार्टअप नहीं होता। स्टार्टअप वह है, जिस पर किसी परिस्थिति का कोई प्रभाव न पड़े। उस व्यवसाय का तेजी से फैलाव हो और दूसरों को रोजगार दे सके। उन्होंने स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रथम चरण से आखिरी चरण तक बिंदुवार जानकारी दी।

कार्यक्रम में अतिथि के रूप में सीनियर इनक्यूबेशन मैनेजर उत्कर्ष विसारिया जी ने अपने संबोधन में स्टार्टअप इको सिस्टम के बार में विद्यार्थियों से विस्तारपूर्वक चर्चा की। इस बीच उन्हेंने छात्राओं की शंकाओं का समाधान भी किया।  नवाचार अधिकारी अनिल कुमार त्रिपाठी ने बच्चों को प्रेरित करते हुए किस प्रकार अपने इनोवेटिव आइडिया को एक बड़े व्यवसाय के रूप में खड़ा किया जा सकता है इस पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।  कार्यक्रम में दो स्टार्टअप ने अपने विचार प्रस्तुत किये

1 संग्रह इन्नोवेशन प्राइवेट लिमिटेड

2 मेदान्तरिक मेडिटेक प्राइवेट लिमिटेड    के फाउंडरस ने अपने विचार प्रस्तुत किए।

कार्यक्रम का संचालन डा. सीमा मिश्रा ने किया। डा. अनीता शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम में प्रो. पूनम गुप्ता, प्रो. आशा अवस्थी, प्रो. आशीष कुमार, प्रो. अनिरुद्ध यादव, प्रो. प्रतिमा तिवारी, प्रो. सरला मन्ध्यान, प्रो. शिप्रा मिश्रा, प्रो. ऊषा मिश्रा, प्रो. ज्योति सेंगर, प्रो. नेहा शुक्ला, प्रो. नाजिश खान, प्रो. जसनीत कौर सहित समस्त फैकल्टी एवं स्टाफ उपस्थित रहा।